Comments - नग़्मा (घटा ग़मों की वही....) - Open Books Online2024-03-29T11:00:24Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1054689&xn_auth=noआदरणीया वीणा गुप्ता जी आदाब,…tag:www.openbooksonline.com,2021-03-02:5170231:Comment:10554932021-03-02T07:38:46.845Zअमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवीhttp://www.openbooksonline.com/profile/0q7lh6g5bl2lz
<p>आदरणीया वीणा गुप्ता जी आदाब, नग़्मा पर आपकी आमद बाइस-ए-शरफ़ है, मशकूर ओ ममनून हूँ। सुख़न नवाज़ी और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया। सादर। </p>
<p>आदरणीया वीणा गुप्ता जी आदाब, नग़्मा पर आपकी आमद बाइस-ए-शरफ़ है, मशकूर ओ ममनून हूँ। सुख़न नवाज़ी और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया। सादर। </p> ख़ूबसूरत नग़मा,मुबारकबाद क़ु…tag:www.openbooksonline.com,2021-03-01:5170231:Comment:10557242021-03-01T22:39:05.749ZVeena Guptahttp://www.openbooksonline.com/profile/VeenaGupta
<p> ख़ूबसूरत नग़मा,मुबारकबाद क़ुबूल करें</p>
<p> ख़ूबसूरत नग़मा,मुबारकबाद क़ुबूल करें</p> जनाब कृष मिश्रा 'जान' साहिब आ…tag:www.openbooksonline.com,2021-02-23:5170231:Comment:10550132021-02-23T18:16:10.333Zअमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवीhttp://www.openbooksonline.com/profile/0q7lh6g5bl2lz
<p>जनाब कृष मिश्रा 'जान' साहिब आदाब, नग़्मा पर आपकी दाद, मुबारकबाद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया। सादर। </p>
<p>जनाब कृष मिश्रा 'जान' साहिब आदाब, नग़्मा पर आपकी दाद, मुबारकबाद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया। सादर। </p> बहोत खूबसूरत नग़मा हुआ है आदरण…tag:www.openbooksonline.com,2021-02-23:5170231:Comment:10548042021-02-23T10:54:06.063ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttp://www.openbooksonline.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>बहोत खूबसूरत नग़मा हुआ है आदरणीय अमीरुद्दीन सर जी ढेरों मुबारकबाद।</p>
<p>बहोत खूबसूरत नग़मा हुआ है आदरणीय अमीरुद्दीन सर जी ढेरों मुबारकबाद।</p> जनाब आज़ी तमाम साहिब आदाब, रच…tag:www.openbooksonline.com,2021-02-22:5170231:Comment:10548752021-02-22T16:02:13.648Zअमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवीhttp://www.openbooksonline.com/profile/0q7lh6g5bl2lz
<p>जनाब आज़ी तमाम साहिब आदाब, रचना पर आपकी आमद सुख़न नवाज़ी और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया। सादर। </p>
<p>जनाब आज़ी तमाम साहिब आदाब, रचना पर आपकी आमद सुख़न नवाज़ी और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया। सादर। </p> सादर प्रणाम आदरणीय अमीर जी
अ…tag:www.openbooksonline.com,2021-02-22:5170231:Comment:10547982021-02-22T04:15:07.281ZAazi Tamaamhttp://www.openbooksonline.com/profile/AaziTamaa
<p>सादर प्रणाम आदरणीय अमीर जी</p>
<p></p>
<p>अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई स्वीकार करें</p>
<p>सादर प्रणाम आदरणीय अमीर जी</p>
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<p>अच्छी ग़ज़ल हुई है बधाई स्वीकार करें</p>