Comments - उम्मीद की चमक- लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'(गजल ) - Open Books Online2024-03-28T10:17:18Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1007084&xn_auth=noआ. अमिता जी, सादर आभार ।tag:www.openbooksonline.com,2020-05-16:5170231:Comment:10074472020-05-16T05:45:28.127Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. अमिता जी, सादर आभार ।</p>
<p>आ. अमिता जी, सादर आभार ।</p> कहते उसे किसान हैं निर्धन…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-15:5170231:Comment:10072412020-05-15T18:33:43.396Zamita tiwarihttp://www.openbooksonline.com/profile/amitatiwari
<p><span>कहते उसे किसान हैं निर्धन बहुत भले</span><br/><span>झुकने न देगी उसका सर उम्मीद की चमक</span></p>
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<p><span> बहुत सही ,सच्ची सुंदर रचना मुसाफिर जी बधाई </span></p>
<p><span>कहते उसे किसान हैं निर्धन बहुत भले</span><br/><span>झुकने न देगी उसका सर उम्मीद की चमक</span></p>
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<p><span> बहुत सही ,सच्ची सुंदर रचना मुसाफिर जी बधाई </span></p> आ. भाई सुरेंन्द्र जी, सादर अभ…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-15:5170231:Comment:10075172020-05-15T07:22:18.617Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p><span>आ. भाई सुरेंन्द्र जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति व उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</span></p>
<p><span>आ. भाई सुरेंन्द्र जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति व उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</span></p> आद0 लक्ष्मण जी सादर अभिवादन।…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-15:5170231:Comment:10074292020-05-15T04:18:07.140Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 लक्ष्मण जी सादर अभिवादन। अच्छी ग़ज़ल कही आपने। बधाई स्वीकार कीजिये।</p>
<p>आद0 लक्ष्मण जी सादर अभिवादन। अच्छी ग़ज़ल कही आपने। बधाई स्वीकार कीजिये।</p> आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवाद…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-14:5170231:Comment:10073152020-05-14T04:35:41.663Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति व उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई तेजवीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति व उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय लक्ष्मण ध…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-14:5170231:Comment:10074142020-05-14T04:05:35.833ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय <span>लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'</span> जी। बेहतरीन गज़ल।</p>
<p><span>लूटा गया है हर तरह उसको जहान में</span><br/><span>आँखों में उसके है मगर उम्मीद की चमक।५।</span></p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय <span>लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'</span> जी। बेहतरीन गज़ल।</p>
<p><span>लूटा गया है हर तरह उसको जहान में</span><br/><span>आँखों में उसके है मगर उम्मीद की चमक।५।</span></p> आ. भाई समर कबीर जी, सादर अभिव…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-13:5170231:Comment:10072012020-05-13T13:17:41.357Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई समर कबीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति व उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई समर कबीर जी, सादर अभिवादन । गजल पर उपस्थिति व उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p> जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' ज…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-13:5170231:Comment:10068972020-05-13T10:01:07.775ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब, ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' जी आदाब, ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>