Comments - कोरोना काल पर छन्न पकैया - Open Books Online2024-03-29T09:26:08Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1005925&xn_auth=noआ. भाई सुरेन्द्र जी सादर अभिव…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-12:5170231:Comment:10070912020-05-12T04:56:18.520Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सुरेन्द्र जी सादर अभिवादन ।<span>आज के हालात पर अच्छे सार छंद लिखे हैं । हार्दिक बधाई ।</span></p>
<p>आ. भाई सुरेन्द्र जी सादर अभिवादन ।<span>आज के हालात पर अच्छे सार छंद लिखे हैं । हार्दिक बधाई ।</span></p> आद0 तेजवीर जी सादर अभिवादन। आ…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-11:5170231:Comment:10062572020-05-11T02:01:17.835Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 तेजवीर जी सादर अभिवादन। आपकी आत्मीय प्रतिक्रिया के लिए आभार</p>
<p>आद0 तेजवीर जी सादर अभिवादन। आपकी आत्मीय प्रतिक्रिया के लिए आभार</p> आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-11:5170231:Comment:10061002020-05-11T02:00:41.932Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम। आपकी प्रतिक्रिया मिलने के बाद सन्तुष्टि मिलती है। बहुत बहुत आभार आपका।</p>
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम। आपकी प्रतिक्रिया मिलने के बाद सन्तुष्टि मिलती है। बहुत बहुत आभार आपका।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय सुरेन्द्र…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-09:5170231:Comment:10059622020-05-09T12:08:03.704ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय<a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप'</a> जी। बेहतरीन रचना।</p>
<p><span>छन्न पकैया छंद पकैया, तनिक नहीं घबराएँ</span><br/><span>साफ सफाई घर में बरतें, कहीं न बाहर जाएँ।।</span></p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय<a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप'</a> जी। बेहतरीन रचना।</p>
<p><span>छन्न पकैया छंद पकैया, तनिक नहीं घबराएँ</span><br/><span>साफ सफाई घर में बरतें, कहीं न बाहर जाएँ।।</span></p> जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आद…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-09:5170231:Comment:10060602020-05-09T09:16:20.048ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब,आज के हालात पर अच्छे सार छंद लिखे आपने,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब,आज के हालात पर अच्छे सार छंद लिखे आपने,बधाई स्वीकार करें ।</p> आद0 अवनीश जी सादर अभिवादन। ओ…tag:www.openbooksonline.com,2020-05-09:5170231:Comment:10058962020-05-09T01:50:47.285Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 अवनीश जी सादर अभिवादन। ओ बी ओ पर इस तरह की फेसबुक या व्हाट्सएप जैसी प्रतिक्रिया का चलन नहीं है आदरणीय। बहरहाल आभार आपका</p>
<p>आद0 अवनीश जी सादर अभिवादन। ओ बी ओ पर इस तरह की फेसबुक या व्हाट्सएप जैसी प्रतिक्रिया का चलन नहीं है आदरणीय। बहरहाल आभार आपका</p> बहुत सुन्दर छन्नपकैया।tag:www.openbooksonline.com,2020-05-08:5170231:Comment:10060372020-05-08T17:22:26.049ZAwanish Dhar Dvivedihttp://www.openbooksonline.com/profile/AwanishDharDvivedi
बहुत सुन्दर छन्नपकैया।
बहुत सुन्दर छन्नपकैया।