PREETAM TIWARY(PREET)'s Posts - Open Books Online2024-03-28T18:19:58ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwaryhttp://storage.ning.com/topology/rest/1.0/file/get/2991274027?profile=RESIZE_48X48&width=48&height=48&crop=1%3A1http://www.openbooksonline.com/profiles/blog/feed?user=2rpd1uxp3zytd&xn_auth=notiwary baba aaya....hasne ki guarantee laya.....tag:www.openbooksonline.com,2010-04-23:5170231:BlogPost:23442010-04-23T07:07:03.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<b>1... एक पठान बिना छीले केला खा रहा था, किसी ने उसे कहा- इसे छील तो लो।<br />
पठान - छीलने की क्या जरुरत है हमें मालूम है इसमें केला है।<br />
<br />
2... एक भिखारी की लॉटरी लगी तो वो एक मंदिर बनवाता है।<br />
दूसरा भिखारी- यार तू मंदिर क्यों बनवा रहा है।<br />
भिखारी- क्योंकि इसके सामने मैं अकेला भीख मांगूंगा।<br />
<br />
3... बॉस ने एक मेहनती कर्मचारी को बुलाकर कहा- ये लो 5000 रुपये का चेक, अगर इसी तरह मेहनत से काम करते रहोगे तो साइन भी कर दूंगा<br />
<br />
4... एक भारतीय युवक ने चाइनीज लड़की से शादी की।<br />
एक साल बाद ही वो मर गयी उसे रोता देख…</b>
<b>1... एक पठान बिना छीले केला खा रहा था, किसी ने उसे कहा- इसे छील तो लो।<br />
पठान - छीलने की क्या जरुरत है हमें मालूम है इसमें केला है।<br />
<br />
2... एक भिखारी की लॉटरी लगी तो वो एक मंदिर बनवाता है।<br />
दूसरा भिखारी- यार तू मंदिर क्यों बनवा रहा है।<br />
भिखारी- क्योंकि इसके सामने मैं अकेला भीख मांगूंगा।<br />
<br />
3... बॉस ने एक मेहनती कर्मचारी को बुलाकर कहा- ये लो 5000 रुपये का चेक, अगर इसी तरह मेहनत से काम करते रहोगे तो साइन भी कर दूंगा<br />
<br />
4... एक भारतीय युवक ने चाइनीज लड़की से शादी की।<br />
एक साल बाद ही वो मर गयी उसे रोता देख उसका दोस्त बोला- यार दुख की बात तो है, पर सोच चाइना का माल और कितना चलेगा।<br />
<br />
5... संता (बंता से)- मेरे दादा ने 1947 की जंग में दुश्मन की टांग काट दी थी।<br />
बंता (संता से)- गर्दन क्यों नही काटी..<br />
संता- वो पहले से ही कटी पड़ी थी।<br />
<br />
6... संता (बंता से)- मेरी बकरी ने अंडा दिया है।<br />
बंता (संता से)- बकरी कैसे अंडा दे सकती है।<br />
संता- अबे गधे मैंने अपनी मुर्गी का नाम बकरी रखा है।<br />
<br />
7... संता को बड़ी मुश्किल से एक नौकरी मिली। वह बहुत खुश हुआ। पहले दिन जब वह ऑफिस पहुंचा तो उसे उसका काम बता कर उसके बैठने की जगह बता दी गई। वह रात के ग्यारह बजे तक अपनी सीट पर बैठ कर काम करता रहा। उसके बॉस बहुत खुश हुए कि बंदा बहुत मेहनती है।<br />
जब वह बॉस के पास यह कहने गया कि अब वह घर जा रहा है तो बॉस ने पूछा- आज तो तुमने बहुत काम किया। जरा अपने काम के बारे में बताओ। संता झल्लाता हुआ बोला- खाक काम करता। की-बोर्ड का सारा बटन उल्टा-पुल्टा था। ए, बी, सी..ठीक करते-करते ही ग्यारह बज गए।<br />
<br />
8... डॉक्टर (मरीज से)- कमजोरी है फल खाया करो छिलके सहित।<br />
एक घंटे बाद..<br />
मरीज- डॉक्टर साहब मेरा पेट दर्द हो रहा है।<br />
डॉक्टर- क्या खाया था?<br />
मरीज- नारियल छिलके सहित<br />
<br />
9... डॉक्टर- ये मर चुका है..<br />
तभी मरीज बोल पड़ा- मैं जिंदा हूं..!<br />
मरीज की पत्नी- तुम चुप रहो जी, हमेशा अपनी चलाते हो, इतना बड़ा डॉक्टर क्या झूठ बोलेगा?<br />
<br />
10... मां- बेटा तुम अपने बाल क्यों नही कटवाते?<br />
बेटा- क्यों मां?<br />
मां- बेटा लोग रिश्ते के लिए तुम्हारी बहन को देखने आते हैं और पसंद तुम्हें कर जाते हैं।<br />
<br />
11... चिंटू- पापा आप प्रेस क्यों कर रहे हो।<br />
पापा- प्रेस करने से सलवटें निकल जाती हैं।<br />
चिंटू- फिर तो अच्छा है पापा मैं दादाजी के गाल की भी सलवटें निकाल दूंगा।<br />
<br />
12... राजू अपनी मां से स्कूल ना जाने की जिद कर रहा था। मां उसे समझाते हुए बोली, बेटे स्कूल जाओगे तो बड़ा आदमी बनोगे। तुम्हारे पास बहुत पैसे होंगे, कार होगा। राजू मां की बात मान कर स्कूल चला गया।<br />
क्लास में टीचर ने पूछा- बच्चों बताओ, किताबें कहां मिलती हैं?<br />
एक बच्चा- बुक स्टोर में।<br />
टीचर- कार कहां मिलती है?<br />
राजू- स्कूल में।<br />
<br />
13... पुलिस हाई अलर्ट के टाइम शर्मा जी के घर तलाशी लेने गयी।<br />
पुलिस- खबर है कि आपके घर में विस्फोटक सामग्री है।<br />
शर्मा जी- सर वो मायके गयी हुई है।<br />
<br />
14... पति भागा-भागा होटल मैनेजर के पास गया, जल्दी चलो! मेरी बीवी खिड़की से कूदकर जान देना चाहती है।<br />
होटल मैनेजर- तो इसमें मैं क्या करूं?<br />
पति- खिड़की नही खुल रही है।<br />
<br />
15... बहू की विदाई के बाद घर आने पर सास ने कहा- बेटी आज से मुझे मां और अपने ससुर को पापा कहना...<br />
शाम को पति के आने पर पत्नी बोली, मां भैया आ ये...<br />
<br />
aur ab antim me ek ganesh bhaiya ke liye special........(maaf karab ganesh bhaiya lekin hamar hak baa)<br />
<br />
16... ganesh bhaiya(bhabhi jee se)- विद्वानों ने कहा है कि मूर्खो की बीवी बहुत सुंदर होती है।<br />
bhabhi jee(ganesh bhaiya se)- आपके पास तो हमारी तारीफ करने के सिवा कोई काम ही नही है।</b>रफ़ी का एक सदाबहार नगमा--------------भाग-2tag:www.openbooksonline.com,2010-04-19:5170231:BlogPost:21912010-04-19T08:37:15.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<b>फिल्म</b>-- हीर राँझा<br />
<b>गायक</b>-- रफ़ी<br />
<b>गाना का बोल</b>-- ये दुनिया ये महफ़िल<br />
<br />
<b>ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
<br />
किसको सुनाऊ हाल दिल-ए-बेकरार का<br />
बुझता हुआ चिराग हूँ अपने मजार का..<br />
ए काश भूल जाऊ मगर भूलता नहीं...<br />
किस धूम से उठा था जनाज़ा बहार का....<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
<br />
अपना पता मिले न खबर यार की मिले....<br />
दुश्मन को भी ना ऐसी सजा प्यार की मिले...<br />
उनको खुदा मिले है…</b>
<b>फिल्म</b>-- हीर राँझा<br />
<b>गायक</b>-- रफ़ी<br />
<b>गाना का बोल</b>-- ये दुनिया ये महफ़िल<br />
<br />
<b>ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
<br />
किसको सुनाऊ हाल दिल-ए-बेकरार का<br />
बुझता हुआ चिराग हूँ अपने मजार का..<br />
ए काश भूल जाऊ मगर भूलता नहीं...<br />
किस धूम से उठा था जनाज़ा बहार का....<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
<br />
अपना पता मिले न खबर यार की मिले....<br />
दुश्मन को भी ना ऐसी सजा प्यार की मिले...<br />
उनको खुदा मिले है जिनको खुदा की है तलाश....<br />
मुझको बस एक झलक मेरे दिलदार की मिले......<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
<br />
सेहरा में आके भी मुझको ठिकाना ना मिला...<br />
ग़म को भुलाने का कोई बहाना ना मिला....<br />
दिल तरसे जिसमे प्यार को..क्या समझू उस संसार को...<br />
एक जीती बाज़ी हार के मैं दुंदु बिचरे यार को....<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
<br />
दूर निगाहों से अंशु बहता है कोई..<br />
कैसे ना जाऊ मैं मुझको बुलाता है कोई.....<br />
या टूटे दिल को जोर दो या सारे बंधन तोड़ दो...<br />
ए पर्वत रास्ता दे मुझे..ए काटो दामन छोड़ दे..<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....<br />
ये दुनिया ये महफ़िल मेरे काम की नहीं....मेरे काम की नहीं....</b>कुछ रोचक जानकारी...भाग--2tag:www.openbooksonline.com,2010-04-15:5170231:BlogPost:18602010-04-15T03:00:00.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<b>1...फिरोज तुगलक वह सल्तनत शशक था जिसने लाचार महिलाओ,विधवाओ और लड़कियों की सहायता के लिए दीवान-ऐ-खैरात विभाग की स्थापना की थी...........<br />
<br />
2...मियां का मल्हार और मियां की तोड़ी नामक ग्रन्थ की रचना तानसेन ने की थी..जो की अकबर के नवरत्न कहे जाते थे.........<br />
<br />
3...डुप्ले वह फ़्रांसिसी गवर्नर था जिसने भारत में सर्वप्रथम सहायक संधि का प्रयोग किया था.................<br />
<br />
4...हिंदी,हिन्दू,हिंदुस्तान का नारा भारतेंदु हरिश्चंद्र ने दिया था............<br />
<br />
5...निलगिरी की पहाड़ी भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित…</b>
<b>1...फिरोज तुगलक वह सल्तनत शशक था जिसने लाचार महिलाओ,विधवाओ और लड़कियों की सहायता के लिए दीवान-ऐ-खैरात विभाग की स्थापना की थी...........<br />
<br />
2...मियां का मल्हार और मियां की तोड़ी नामक ग्रन्थ की रचना तानसेन ने की थी..जो की अकबर के नवरत्न कहे जाते थे.........<br />
<br />
3...डुप्ले वह फ़्रांसिसी गवर्नर था जिसने भारत में सर्वप्रथम सहायक संधि का प्रयोग किया था.................<br />
<br />
4...हिंदी,हिन्दू,हिंदुस्तान का नारा भारतेंदु हरिश्चंद्र ने दिया था............<br />
<br />
5...निलगिरी की पहाड़ी भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित है.......<br />
<br />
6...दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कोयम्बतूर शहर को कहा जाता है...........<br />
<br />
7...भारत में सर्वाधिक पक्की सडको वाला राज्य महारास्ट्र है............<br />
<br />
8...तूतीकोरिन बंदरगाह भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित है...........<br />
<br />
9...कावेरी नदी को दक्षिण भारत का गंगा कहा जाता है............<br />
<br />
10...भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्यों का प्रावधान रूस देश के संविधान से लिया गया है.............<br />
<br />
11...वायुयानों और मोटर नाव की गति मापने वाले उपकरण को टैकोमीटर कहा जाता है..........<br />
<br />
12...कांग्रेस की स्थापना के समय भारत का वायसराय लार्ड डफरिन था.........<br />
<br />
13...अकबर ने इबादतखाना की स्थापना फतेहपुर सिकरी में की थी.................<br />
<br />
14...जब किसी सरकारी अधिकारी द्वारा किसी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का हनन होता है तो न्यायालय द्वारा परमादेश रिट जारी की जाती है............</b>कुछ रोचक जानकारी.................tag:www.openbooksonline.com,2010-04-14:5170231:BlogPost:17762010-04-14T03:42:15.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<b>1...कोलंबस भारत देस की खोज में निकला था लेकिन वह अमेरिका पहुच गया...............<br />
<br />
2...पुर्तगालियो ने गोवा पर १५१०ई में अधिकार किया था.................<br />
<br />
3...कर्नाटक का युद्ध इंग्लैंड और फ्रांस के बीच हुआ था...............<br />
<br />
4...टीपू सुल्तान की राजधानी श्रीरंग्पत्त्नम थी............<br />
<br />
5...महाराज रंजित सिंह की राजधानी लाहौर में थी जो की अभी पाकिस्तान में है...........<br />
<br />
6...भारत में अंग्रेज राज्य का संस्थापक लोर्ड क्लीव था..........<br />
<br />
7...बिजयनगर के सबसे यशस्वी शाशक कृष्ण देव राय…</b>
<b>1...कोलंबस भारत देस की खोज में निकला था लेकिन वह अमेरिका पहुच गया...............<br />
<br />
2...पुर्तगालियो ने गोवा पर १५१०ई में अधिकार किया था.................<br />
<br />
3...कर्नाटक का युद्ध इंग्लैंड और फ्रांस के बीच हुआ था...............<br />
<br />
4...टीपू सुल्तान की राजधानी श्रीरंग्पत्त्नम थी............<br />
<br />
5...महाराज रंजित सिंह की राजधानी लाहौर में थी जो की अभी पाकिस्तान में है...........<br />
<br />
6...भारत में अंग्रेज राज्य का संस्थापक लोर्ड क्लीव था..........<br />
<br />
7...बिजयनगर के सबसे यशस्वी शाशक कृष्ण देव राय थे...........<br />
<br />
8...ख्याति प्राप्त गणितज्ञ और ज्योतिषाचार्य,जिन्होंने सिद्धांत शिरोमणि की रचना की थी उनका नाम भास्कराचार्य था..........<br />
<br />
9...१५वि शताब्दी के प्रसिद्ध संत जिन्होंने सामाजिक समरसता का उपदेश दिया था उनका नाम कबीर था.............<br />
<br />
10...तुलसीदास मुग़ल सम्राट अकबर के समकालीन थे,जिन्होंने रामचरित मानस की रचना की थी............<br />
<br />
11...जमीन नापने की समरूप प्रणाली को विकसित टोडरमल ने किया,जो की अकबर के राजस्व मंत्री थे...........<br />
<br />
12...बंगाल में प्रसिद्ध वकील और स्वराज दल के संस्थापक चितरंजन दस थे...............<br />
<br />
13...दुनिया की पहली डाक टिकट १८५२ में मुंबई व सिंध से निकली थी............<br />
<br />
14...शार्क मछली एक दिन में १००० किमी की यात्रा कर सकती है............<br />
<br />
15...विलिअम पिट(उम्र २४ वर्स) ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे..............<br />
<br />
16...रहिनोसोरस की सिंग नाक पर होती है लेकिन वह हड्डी नहीं बाल है...........</b>झील मिल सितारों का आँगन होगा...............kuch purani yaadein meri apnitag:www.openbooksonline.com,2010-04-07:5170231:BlogPost:13542010-04-07T17:30:00.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
ee gaana hamar favorite ha aur ee gaana par hum prize bhi le chukal bani jab hum 9th class me rahni tab.....wo samay ego program me hum aur hamar ego dost(humra pados me hi raheli) gawle rahni jaa aur first prize milal rahe.....wo prize wala photo abhi humra lage naikhe naa ta wo bhi lagawle rahti.......<br />
ta lee padhi raua sab bhi aur batayi ki kauna movie ke gaana ha ee aur ke gawle baa.....<br />
<b><br />
झील मिल सितारों का आँगन होगा<br />
रिमझिम बरसता सावन होगा<br />
ऐसा सुन्दर सपना अपना जीवन होगा<br />
<br />
झील मिल सितारों…</b>
ee gaana hamar favorite ha aur ee gaana par hum prize bhi le chukal bani jab hum 9th class me rahni tab.....wo samay ego program me hum aur hamar ego dost(humra pados me hi raheli) gawle rahni jaa aur first prize milal rahe.....wo prize wala photo abhi humra lage naikhe naa ta wo bhi lagawle rahti.......<br />
ta lee padhi raua sab bhi aur batayi ki kauna movie ke gaana ha ee aur ke gawle baa.....<br />
<b><br />
झील मिल सितारों का आँगन होगा<br />
रिमझिम बरसता सावन होगा<br />
ऐसा सुन्दर सपना अपना जीवन होगा<br />
<br />
झील मिल सितारों का आँगन होगा<br />
रिमझिम बरसता सावन होगा<br />
ऐसा सुन्दर सपना अपना जीवन होगा<br />
<br />
प्रेम की गली में एक छोटा सा घर बनायेंगे<br />
कलिया ना मिले ना सही काटों से सजायेंगे<br />
बगिया से सुन्दर वो बन होगा<br />
रिमझिम बरसता सावन होगा<br />
<br />
तेरी आँखों से सारा संसार मैं देखूंगी<br />
देखूंगी इसपार या उसपार मैं देखूंगी<br />
नैनो को तेरा ही दर्शन होगा<br />
रिमझिम बरसता सावन होगा<br />
<br />
फिर तो मस्त हवाओं के झोके हम बन जायेंगे<br />
नैना सुन्दर सपनो के झरोखे बन जायेंगे<br />
मन आशाओं का दर्पण होगा<br />
रिमझिम बरसता सावन होगा<br />
<br />
झील मिल सितारों का आँगन होगा<br />
रिमझिम बरसता सावन होगा.........................................</b>सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे................tag:www.openbooksonline.com,2010-04-06:5170231:BlogPost:12912010-04-06T18:17:05.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
ee gaana hum 2 saal pahile sunle rahni aur abhi singer ke naam humra yaad naikhe....hamar ego aadat ha ki jaun gaana humra thik lag jala wo ek baar sunla me hi humra hamesha khatir yaad ho jala aure vishesh parishthiti me yaad aawt rahela....jaise aaj ee gaana yaad aail aur hum ehja post kar rahal bani......<br />
jab bhi singer ke naam yaad aayi hum likh deb......tab tak raua log ee padhi aur kuch aapan bahumulya samay nikal kar kuch comments kar deb sabhe......<br />
abhi hum e naikhi batawat ki kahe hum…
ee gaana hum 2 saal pahile sunle rahni aur abhi singer ke naam humra yaad naikhe....hamar ego aadat ha ki jaun gaana humra thik lag jala wo ek baar sunla me hi humra hamesha khatir yaad ho jala aure vishesh parishthiti me yaad aawt rahela....jaise aaj ee gaana yaad aail aur hum ehja post kar rahal bani......<br />
jab bhi singer ke naam yaad aayi hum likh deb......tab tak raua log ee padhi aur kuch aapan bahumulya samay nikal kar kuch comments kar deb sabhe......<br />
abhi hum e naikhi batawat ki kahe hum aisan gaana likh rahal bani lekin humra touch me rahi sabhe bahtu jald hi pata chal jayi raua sab ke......<br />
dhanyabaad.........PREETAM TIWARY<br />
<br />
<b><br />
सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे<br />
नजरिया चोरावल बहुत बात होला<br />
केहू के मुआवल बहुत बात नइखे<br />
मुआ के जीआवल बहुत बात होला<br />
<br />
समझी ना बनी ताहार असली इरादा<br />
रूपवा के जाल में धरा गइनी दादा<br />
केहू के रोआवल बहुत बात नइखे<br />
रोवा के हसावल बहुत बात होला<br />
सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे<br />
नजरिया चोरावल बहुत बात होला<br />
<br />
लायी के सनेह तू ता चल गेलु जब से<br />
सुरुज के घाम हम ता देखनी ना तबसे<br />
दिल दह्कावाल बहुत बात नइखे<br />
जीयरा जुरावल बहुत बात होला<br />
सनेहिया लगावल बहुत बात नइखे<br />
नजरिया चोरावल बहुत बात होला</b>रफ़ी का इक सदाबहार नगमा..............tag:www.openbooksonline.com,2010-04-05:5170231:BlogPost:12242010-04-05T18:18:02.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<b>फिल्म</b>-- हँसते जख्म<br />
<b>गाना</b>-- हां ये माना मेरी जान मोहब्बत सजा है<br />
<b>गायक</b>-- मोहम्मद रफ़ी<br />
<br />
तौबा तौबा ये जवानी ये जवानी का गुरूर<br />
इश्क के सामने सर फिर भी झुकाना ही परा<br />
कैसा कहते थे ना आयेंगे ना आयेंगे<br />
मगर दिल ने इस तरह पुकारा तुम्हे आना ही परा<br />
<br />
ये माना मेरी जान मुहब्बत सजा है<br />
मजा इसमें इतना मगर किसलिए है<br />
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी<br />
वोही बेककारी उधर किसलिए है<br />
<br />
बहलना ना जाने बदलना ना जाने<br />
तमन्ना मचल के सम्हलना न जाने<br />
करीब और आओ कदम तो बढाओ<br />
झुका दूं ना मैं सर तो ये सर किसलिए है<br />
ये…
<b>फिल्म</b>-- हँसते जख्म<br />
<b>गाना</b>-- हां ये माना मेरी जान मोहब्बत सजा है<br />
<b>गायक</b>-- मोहम्मद रफ़ी<br />
<br />
तौबा तौबा ये जवानी ये जवानी का गुरूर<br />
इश्क के सामने सर फिर भी झुकाना ही परा<br />
कैसा कहते थे ना आयेंगे ना आयेंगे<br />
मगर दिल ने इस तरह पुकारा तुम्हे आना ही परा<br />
<br />
ये माना मेरी जान मुहब्बत सजा है<br />
मजा इसमें इतना मगर किसलिए है<br />
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी<br />
वोही बेककारी उधर किसलिए है<br />
<br />
बहलना ना जाने बदलना ना जाने<br />
तमन्ना मचल के सम्हलना न जाने<br />
करीब और आओ कदम तो बढाओ<br />
झुका दूं ना मैं सर तो ये सर किसलिए है<br />
ये माना मेरी जान मुहब्बत सजा है<br />
मजा इसमें इतना मगर किसलिए है<br />
<br />
नज़ारे भी देखे इशारे भी देखे<br />
कई खूबसूरत सहारे भी देखे<br />
नाम क्या चीज है,<br />
इज्जत क्या चीज है सोने चांदी की<br />
हकीकत क्या है लाख बहलाए कोई दौलत से<br />
प्यार के सामने दौलत क्या है<br />
<br />
जो मयखाने जा कर नशा गर उठाऊ<br />
तो फिर ये नशीली नजर किसलिए है<br />
ये माना मेरी जान मुहब्बत सजा है<br />
मजा इसमें इतना मगर किसलिए है<br />
<br />
तुम्ही ने सवारा तुम्ही ने सजाया<br />
मेरे सुने दिल को तुम्ही ने बसाया<br />
जिस चमन से भी तुम गुजर जाओ<br />
हर कलि पर निखर आ जाये<br />
रूठ जाओ तो रूठ जाये खुदा<br />
और हस दो तो बहार आ जाये<br />
<br />
तुम्हारे कदम से है घर में उजाला<br />
अगर तुम नहीं तो वो घर किसलिए है<br />
ये माना मेरी जान मुहब्बत सजा है<br />
मजा इसमें इतना मगर किसलिए है<br />
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी<br />
वोही बेककारी उधर किसलिए है...........................कुछ सच्चाई जो हमेशा प्रभावी होती है, इक नज़र इधर भी...tag:www.openbooksonline.com,2010-04-04:5170231:BlogPost:11492010-04-04T07:28:40.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<b>1...हमें दूसरो के गुणों की प्रशंशा अवस्य करनी चाहिए/<br />
2...सुनना तो हमें सबकी बातों को चाहिए,लेकिन करना हमेशा अपने मन का चाहिए/<br />
3...हमें किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले अच्छी तरह से तैयारी कर लेनी चाहिए/साथ ही हमें बुरे परिणामो के लिए भी तैयार रहना चाहिए<br />
4...अपने गुणों का स्वयं ही बखान करने से पाप और पुण्य दोनों का प्रभाव क्षीण हो जाता है/<br />
5...किसी व्यक्ति को आप अच्छी खबर दे या ना दे,पर बुरी खबर देने से हमेशा बचे/<br />
6...जो कार्य अगले दिन करनी हो,उसकी रूप-रेखा रात को ही तैयार कर लेना…</b>
<b>1...हमें दूसरो के गुणों की प्रशंशा अवस्य करनी चाहिए/<br />
2...सुनना तो हमें सबकी बातों को चाहिए,लेकिन करना हमेशा अपने मन का चाहिए/<br />
3...हमें किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले अच्छी तरह से तैयारी कर लेनी चाहिए/साथ ही हमें बुरे परिणामो के लिए भी तैयार रहना चाहिए<br />
4...अपने गुणों का स्वयं ही बखान करने से पाप और पुण्य दोनों का प्रभाव क्षीण हो जाता है/<br />
5...किसी व्यक्ति को आप अच्छी खबर दे या ना दे,पर बुरी खबर देने से हमेशा बचे/<br />
6...जो कार्य अगले दिन करनी हो,उसकी रूप-रेखा रात को ही तैयार कर लेना चाहिए/<br />
7...किन्ही दो व्यक्तियों के बीच हिसाब पैसे पैसे का होना चाहिए/अन्यथा चंद पैसो की वजह से ही प्रगाढ़ सम्बन्ध भी ख़त्म हो जाते हैं/<br />
8...यदि व्यक्ति के पास संतोष रूपी धन नहीं है तो विभिन्न प्रकार के धन मिटटी के समान है/<br />
9...ध्यान रहे की पहला प्रभाव आखिरी प्रभाव होता है,इसलिए इसके प्रति विशेष जागरूक रहे/<br />
10...जब किसी काम की शुरुआत अच्छी होती है तो आधा काम हुआ ही समझो,इसलिए किसी काम की शुरुआत यत्नपूर्वक सोच समझकर करनी चाहिए/<br />
11...समय सबसे अधिक बलवान होता है,वह बड़े से बड़े घाव भी भर देता है,इसलिए हमें स्वयं को समय के हाथों सौप देना चाहिए/<br />
12...जब भी कोई बड़ी समस्या सामने आये,तो पहले उसे छोटे-छोटे भागों में बाँट ले,तत्पश्चात उसे हल करे/<br />
अधिक काम होने पर सर्वप्रथम सबसे छोटे और सरल काम को करे,उसके बाद क्रम से बड़े और कठिन कामों को करे/<br />
13...हमारा भूतकाल कब्र में जा चूका है और भविष्य गर्व में है/यह केवल वर्तमान ही है जिसे हम जिस प्रकार चाहे जी सकते हैं/<br />
14...इंसान बुरा नहीं होता बल्कि इंसान का वक़्त बुरा होता है/</b><br />
<br />
और अब अंत में एक और सुन ली सभे.................<br />
<b><br />
कहते हैं इंसान अगर जिंदगी से कदम मिला ले तो वो और भी आसान हो जाती है,पर कमबख्त जिंदगी है की हमेशा दो कदम आगे ही रहती है,पर इंसान का काम है चलते रहना...........</b>maano ya naa manno par ye sahi baat hai....dekhi sabhetag:www.openbooksonline.com,2010-04-03:5170231:BlogPost:11372010-04-03T18:06:22.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
1...पृथ्वी पर प्रति मिनट लगभग 6000 बार बिजली कड़कती है।<br />
2...छींक हमारे मुख से लगभग 100 मील प्रति घंटा की गति से बाहर आती है।<br />
3...डॉल्फिन मछली एक आंख खुली रखकर सोती है।<br />
4...मनुष्य अपने जीवनकाल में लगभग 60 हजार पाउण्ड भोजन सामग्री खा जाता है जो लगभग 6 हाथियों के वजन के बराबर है।<br />
5...किसी जमाने में आइसलैण्ड के एक शहर में कुत्ता पालना गैरकानूनी था।<br />
6...हर चार में से एक अमरीकी कभी न कभी टेलीविजन पर दिखाया जा चुका है।<br />
7...जन्म के समय हमारे शरीर में 300 हड्डियां होती हैं किन्तु वयस्क होने पर यह संख्या…
1...पृथ्वी पर प्रति मिनट लगभग 6000 बार बिजली कड़कती है।<br />
2...छींक हमारे मुख से लगभग 100 मील प्रति घंटा की गति से बाहर आती है।<br />
3...डॉल्फिन मछली एक आंख खुली रखकर सोती है।<br />
4...मनुष्य अपने जीवनकाल में लगभग 60 हजार पाउण्ड भोजन सामग्री खा जाता है जो लगभग 6 हाथियों के वजन के बराबर है।<br />
5...किसी जमाने में आइसलैण्ड के एक शहर में कुत्ता पालना गैरकानूनी था।<br />
6...हर चार में से एक अमरीकी कभी न कभी टेलीविजन पर दिखाया जा चुका है।<br />
7...जन्म के समय हमारे शरीर में 300 हड्डियां होती हैं किन्तु वयस्क होने पर यह संख्या केवल 206 रह जाती है।<br />
8...हमारा दिल एक दिन में लगभग 1 लाख बार धड़कता है।<br />
9...कॉकरोच सिर कटने के बाद भी कई सप्ताह तक जिंदा रह सकता है। दरअसल वह सिर कटने से नहीं, भूख से मरता है।<br />
10...छछूंदर एक रात में लगभग 300 फीट की दूरी तक खोद सकती है।<br />
11...गधे की आंखों की स्थिति कुछ ऐसी होती हैं कि वह अपने चारों पैरों को एक साथ देख सकता है।<br />
12...ऊंट की आंख में तीन पलकें होतीं हैं जो उन्हें रेगिस्तान में उड़ने वाली रेत से बचातीं हैं।<br />
13...हर साल लगभग 2500 बांए हाथ से काम करने वाले लोग, उन वस्तुओं व उपकरणों का उपयोग करने से मारे जाते हैं जिन्हें दांए हाथ से काम करने वाले लोगों के लिए बनाया जाता है।<br />
14...सूर्य, धरती से 330,330 गुना बड़ा है।<br />
15...किसी भी वर्गाकार सूखे कागज को आधा-आधा करके 7 बार से अधिक बार नहीं मोड़ा जा सकता ।<br />
16...एक वायलिन बनाने में लकड़ी के 70 विभिन्न आकार के टुकड़े लगते हैं।<br />
17...आकाशीय बिजली कड़कने से जो तापमान पैदा होता है वह सूर्य की सतह पर पाए जाने वाले तापमान से पांच गुना ज्यादा होता है।<br />
18...जब कांच टूटता है तो इसके टुकड़े 3000 मील प्रति घंटा की गति से छिटकते हैं।<br />
19...यदि कभी आइसलैण्ड जाएं तो वहां कभी भी रेस्त्रां में बैरे को टिप न दें। ऐसा करना वहां अपमान समझा जाता है।<br />
20...मनुष्य के शरीर में हर सेकेण्ड 15 मिलियन लाल रक्त कणिकाएं पैदा होतीं हैं और मरती हैं<br />
21...जापान के शहर टोकियो में, 50 मिनट से कम दूरी वाली यात्रा के लिए एक साइकिल कार से ज्यादा तेज मानी जाती है।अइसन तू दिहलू ग़म प्यार मेंtag:www.openbooksonline.com,2010-03-31:5170231:BlogPost:9592010-03-31T05:34:48.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span><div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">जीयल अब जाई ना बिन तोहरा…</font></i></b></span></div>
<span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span><div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">जीयल अब जाई ना बिन तोहरा सनम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000"><br/></font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">जखम बा इतना गहरा दवा से ना भरी</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">याद आइबे करी टीस उथल करी</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">तड़प के आह भरी कैलू अइसन सितम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000"><br/></font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">दर्द में दिल डूबा के तडपे के छोड़ देलू</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">भइल का हमसे खता मुह तू मोड़ लेलु</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">तहरा के आपण मानली रहे मन के भरम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000"><br/></font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">का केहू प्यार करी केहू पर ऐतबार करी</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">धोखा खा गइल प्रीतम जेहद के पार करी</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">बदल जाला केहू खा के झूठा कसम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000"><br/></font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span><div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">जीयल अब जाई ना बिन तोहरा सनम</font></i></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><i><font class="Apple-style-span" color="#FF0000">अइसन तू दिहलू ग़म प्यार में हमके सनम</font></i></b></span></div>
</div>हर पल हसणे वाले को,खुद हसणे का भी वक़्त नहीtag:www.openbooksonline.com,2010-03-29:5170231:BlogPost:8362010-03-29T03:40:55.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<b>हर खुशी है लोगो के दामन मे,<br></br>
पर एक हसी के लिए वक़्त नही,<br></br>
दिन रात दौड़ती दुनिया मे,<br></br>
ज़िंदगी के लिए वक़्त नही,<br></br><br></br>
माँ की लॉरी का एहसास तो है,<br></br>
पर माँ को माँ कहने का वक़्त नही,<br></br>
सारे रिश्तो को तो हम मार चुके,<br></br>
उन्हे दफ़नाने का भी वक़्त नही,<br></br><br></br>
सारे नाम मोबाइल मे हैं,<br></br>
लेकिन दोस्ती के लिए वक़्त नही,<br></br>
दिल है गम से भरा हुआ,<br></br>
पर रोने का भी वक़्त नही,<br></br><br></br>
पैसे की दौड़ मे ऐसे दौड़े,<br></br>
की थकने का भी वक़्त नही,<br></br>
पराए एहसासो की क्या कद्र…</b>
<b>हर खुशी है लोगो के दामन मे,<br/>
पर एक हसी के लिए वक़्त नही,<br/>
दिन रात दौड़ती दुनिया मे,<br/>
ज़िंदगी के लिए वक़्त नही,<br/><br/>
माँ की लॉरी का एहसास तो है,<br/>
पर माँ को माँ कहने का वक़्त नही,<br/>
सारे रिश्तो को तो हम मार चुके,<br/>
उन्हे दफ़नाने का भी वक़्त नही,<br/><br/>
सारे नाम मोबाइल मे हैं,<br/>
लेकिन दोस्ती के लिए वक़्त नही,<br/>
दिल है गम से भरा हुआ,<br/>
पर रोने का भी वक़्त नही,<br/><br/>
पैसे की दौड़ मे ऐसे दौड़े,<br/>
की थकने का भी वक़्त नही,<br/>
पराए एहसासो की क्या कद्र करे,<br/>
जब अपने सपनों के लिए ही वक़्त नही,<br/><br/>
तू ही बता ए ज़िंदगी,<br/>
इस ज़िंदगी का क्या होगा,<br/>
की हर पल हसणे वाले को,<br/>
खुद हसणे का भी वक़्त नही,<br/>
की हर पल हसणे वाले को,<br/>
खुद हसणे का भी वक़्त नही</b>एक राज कहत बानी....................tag:www.openbooksonline.com,2010-03-17:5170231:BlogPost:2722010-03-17T15:49:47.000ZPREETAM TIWARY(PREET)http://www.openbooksonline.com/profile/preetamkumartiwary
<span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>सब जान के चुप चाप अब सहत बानी</b></span><div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>हम होश में बेहोश हो रहत बानी…</b></span></div>
<span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>सब जान के चुप चाप अब सहत बानी</b></span><div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>हम होश में बेहोश हो रहत बानी</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>जग बैर बा सब गैर बा हमरा खातिर</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>दिल जार के ई राज हम कहत बानी---------</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><br/></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>पीयल ख़राब ह ना पीयावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>असरा धरा के प्यार में जीयावल ख़राब ह....</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><br/></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>महफ़िल में ई कही मर मर के हम जिही,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>ईमान से कही ले ई बात दोस्तों ,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>दर्द के थोडा दबावे खातिर दारु के हम पीही,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>झुमल ख़राब ह ना झुमावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>अंखिया मिला के यार से चोरावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>पीयल ख़राब ह ना पीयावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><br/></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>गजबे बहे हवा सभे देला दगा,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>टूटा हुआ जे प्यार में गमे दिल के,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>दुनिया में ता शराब ही बनल बाते दवा,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>,हँसल ख़राब ह ना हसावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>हस के हँसा के यार के रोआवल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>पीयल ख़राब ह ना पीयावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><br/></b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>रतिये में बा नशा बतिये के बा नशा,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>सब कुछ लुटा के होश में अइनी ए भाई,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>सबसे ज्यादा ता यार के अंखिया में बा नशा,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>बाचल ख़राब ह ना बचावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>नियरा बुला के यार के भगावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b><br/></b></span></div>
<div><div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>पीयल ख़राब ह ना पीयावल ख़राब ह,</b></span></div>
<div><span class="Apple-style-span" style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: medium; line-height: 29px;"><b>असरा धरा के प्यार में जीयावल ख़राब ह...........</b>....</span></div>
</div>
</div>