डाली मोगरे की : समीक्षा // --सौरभ - Open Books Online2024-03-29T09:16:47Zhttp://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:504575?groupUrl=Pustak_samiksha&commentId=5170231%3AComment%3A514069&groupId=5170231%3AGroup%3A17766&feed=yes&xn_auth=noसमीक्षा प्रयास के प्रति सकारा…tag:www.openbooksonline.com,2014-02-20:5170231:Comment:5141662014-02-20T17:20:17.673ZSaurabh Pandeyhttp://www.openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>समीक्षा प्रयास के प्रति सकारात्मक भाव रखने और इसे अनुमोदित करने के लिए सादर धन्यवाद आदरणीय धर्मेद्र जी.</p>
<p></p>
<p>समीक्षा प्रयास के प्रति सकारात्मक भाव रखने और इसे अनुमोदित करने के लिए सादर धन्यवाद आदरणीय धर्मेद्र जी.</p>
<p></p> बड़ी बेबाकी से लिखी गई ईमानदार…tag:www.openbooksonline.com,2014-02-20:5170231:Comment:5140692014-02-20T13:49:17.904Zधर्मेन्द्र कुमार सिंहhttp://www.openbooksonline.com/profile/249pje3yd1r3m
<p>बड़ी बेबाकी से लिखी गई ईमानदार समीक्षा है। ग़ज़लकार और समीक्षाकार दोनों को बहुत बहुत बधाई</p>
<p></p>
<p>बड़ी बेबाकी से लिखी गई ईमानदार समीक्षा है। ग़ज़लकार और समीक्षाकार दोनों को बहुत बहुत बधाई</p>
<p></p>