"ओबीओ विचार गोष्ठी सह कवि-सम्मेलन एवं मुशायरा" (विस्तृत और अंतिम रूप रेखा) - Open Books Online2024-03-29T12:02:45Zhttp://www.openbooksonline.com/forum/topics/5170231:Topic:358838?commentId=5170231%3AComment%3A378378&x=1&feed=yes&xn_auth=nohaldwani pahuch chuka hu 10 b…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-15:5170231:Comment:3783782013-06-15T02:31:18.635ZCA (Dr.)SHAILENDRA SINGH 'MRIDU'http://www.openbooksonline.com/profile/SHAILENDRAKUMARSINGHMRIDU
haldwani pahuch chuka hu 10 baje tak karykram sthal par pahuch jaunga
haldwani pahuch chuka hu 10 baje tak karykram sthal par pahuch jaunga सौरभ जी, गणेश जी, कुरूक्षेत्र…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3782362013-06-13T14:01:14.939Zसूबे सिंह सुजानhttp://www.openbooksonline.com/profile/2fvsz8v20bb3q
<p>सौरभ जी, गणेश जी, कुरूक्षेत्र से मैं व मेरे मित्र नहीं आ पायेंगे। मुझे बहुत अफृसोस के साथ कहना पड रहा है कि मैं नही आ पाऊंगा, क्योंकि यहां बहुत ज्यादा बारिश हो गई है। जिससे खेत में काम अचानक बढ गया है।</p>
<p>सौरभ जी, गणेश जी, कुरूक्षेत्र से मैं व मेरे मित्र नहीं आ पायेंगे। मुझे बहुत अफृसोस के साथ कहना पड रहा है कि मैं नही आ पाऊंगा, क्योंकि यहां बहुत ज्यादा बारिश हो गई है। जिससे खेत में काम अचानक बढ गया है।</p> kshma kshma kshma .......aad…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3781252013-06-13T10:37:22.810ZAlbela Khatrihttp://www.openbooksonline.com/profile/AlbelaKhatri
<p>kshma kshma kshma .......aadarniy dr. nootan ji, lekin kaamhi kuchh aisa aa pada ki..nikalna nahin hoga ..........fir bhi prayas karunga :-)</p>
<p>kshma kshma kshma .......aadarniy dr. nootan ji, lekin kaamhi kuchh aisa aa pada ki..nikalna nahin hoga ..........fir bhi prayas karunga :-)</p> arey albela ji ham to intjaar…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3780412013-06-13T10:26:52.426Zडॉ नूतन डिमरी गैरोलाhttp://www.openbooksonline.com/profile/3t5r6erq96iiw
<p>arey albela ji ham to intjaari me hai ... programme na badlen..</p>
<p></p>
<p>arey albela ji ham to intjaari me hai ... programme na badlen..</p>
<p></p> आदरणीय सौरभ जी!
मेरे इम्तेहा…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3779412013-06-13T09:06:00.019Zयोगेश्वर 'राग'http://www.openbooksonline.com/profile/2lbth1lfcb80y
<div>आदरणीय सौरभ जी! </div>
<div>मेरे इम्तेहान की घोषणा हो गयी है, आज ही मेरे प्रायोगिक इम्तेहान थे। मुझे हल्द्वानी आने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ रहा है, खेद के साथ क्षमा चाहता हूँ </div>
<div>सादर योगेश्वर </div>
<div>आदरणीय सौरभ जी! </div>
<div>मेरे इम्तेहान की घोषणा हो गयी है, आज ही मेरे प्रायोगिक इम्तेहान थे। मुझे हल्द्वानी आने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ रहा है, खेद के साथ क्षमा चाहता हूँ </div>
<div>सादर योगेश्वर </div> आपकी आप जानें, आदरणीय..
किन्त…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3775982013-06-13T06:13:47.403ZSaurabh Pandeyhttp://www.openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>आपकी आप जानें, आदरणीय..</p>
<p>किन्तु ऐसे किन्तु-परन्तु किसी आयोजन के ठीक पहले नहीं होने चाहिये. आगंतुकों की सूची ५ तारीख से जारी है जो सहमति मिलने पर ही बनायी गयी है. </p>
<p>सधन्यवाद</p>
<p></p>
<p>आपकी आप जानें, आदरणीय..</p>
<p>किन्तु ऐसे किन्तु-परन्तु किसी आयोजन के ठीक पहले नहीं होने चाहिये. आगंतुकों की सूची ५ तारीख से जारी है जो सहमति मिलने पर ही बनायी गयी है. </p>
<p>सधन्यवाद</p>
<p></p> जी, सौरभ जी ...सचमुच मुझे बिल…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3778802013-06-13T05:49:21.389Zजितेन्द्र पस्टारियाhttp://www.openbooksonline.com/profile/JitendraPastariya
जी, सौरभ जी ...सचमुच मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा! आयोजन के साथ साथ 3-4 दिनों का नैनिताल घूमने का कार्यक्रम भी बना लिया था! परन्तु....
जी, सौरभ जी ...सचमुच मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा! आयोजन के साथ साथ 3-4 दिनों का नैनिताल घूमने का कार्यक्रम भी बना लिया था! परन्तु.... आपके बिना यादग़ार और सफल.. ?
श…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3778792013-06-13T05:33:44.344ZSaurabh Pandeyhttp://www.openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p>आपके बिना यादग़ार और सफल.. ?</p>
<p>शुभ शुभ</p>
<p></p>
<p>आपके बिना यादग़ार और सफल.. ?</p>
<p>शुभ शुभ</p>
<p></p> आदरणीय...सौरभ जी, माफी चाहूँग…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3777972013-06-13T05:29:07.939Zजितेन्द्र पस्टारियाhttp://www.openbooksonline.com/profile/JitendraPastariya
आदरणीय...सौरभ जी, माफी चाहूँगा..ओ.बी. ओ. परिवार के विशाल व अदभुत आयोजन में, मैं उपस्थित नहीं हो पाऊंगा...मुझे उक्त रक्त चाप की समस्या व कुछ कारणों से मेरा आना असम्भव है! मुझे बहुत खेद् है कि मै इस अनूठे मौसम में, आप जैसे गणमान्य सुधिजनों की सम्मुखता से अछूता रह जाऊंगा....! ईश्वर से प्रार्थना करता हू कि "ओ.बी.ओ. परिवार के इस अदभुत आयोजन को सफल व य़ादगार बनाये..."
आदरणीय...सौरभ जी, माफी चाहूँगा..ओ.बी. ओ. परिवार के विशाल व अदभुत आयोजन में, मैं उपस्थित नहीं हो पाऊंगा...मुझे उक्त रक्त चाप की समस्या व कुछ कारणों से मेरा आना असम्भव है! मुझे बहुत खेद् है कि मै इस अनूठे मौसम में, आप जैसे गणमान्य सुधिजनों की सम्मुखता से अछूता रह जाऊंगा....! ईश्वर से प्रार्थना करता हू कि "ओ.बी.ओ. परिवार के इस अदभुत आयोजन को सफल व य़ादगार बनाये..." अरे अलबेला जी आप से तो हमें आ…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-13:5170231:Comment:3778662013-06-13T04:03:29.287Zrajesh kumarihttp://www.openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p><span>अरे अलबेला जी आप से तो </span><span>हमें आटोग्राफ भी लेना है और बहुत कुछ सुनना </span><span> </span><span> है आप प्रोग्राम मत बदलिए जरूर आइये </span></p>
<p><span>अरे अलबेला जी आप से तो </span><span>हमें आटोग्राफ भी लेना है और बहुत कुछ सुनना </span><span> </span><span> है आप प्रोग्राम मत बदलिए जरूर आइये </span></p>